जयपुर: राजस्थान के सरकारी स्कूलों में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के 18381 पद खाली पड़े हैं. कांग्रेस विधायक हाकम अली के सवाल के जवाब में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के 25859 पद मंजूर हैं जिनमें से 18381 पद खाली पड़े हैं. खाली पदों पर भर्ती के लिए कई बार लिखा गया लेकिन पहले वित्त विभाग की मंजूरी नहीं मिल, इस वजह से भर्ती नहीं हो सकी. बीजेपी राज के समय भी चपरासी के खाली पदों पर भर्ती के लिए प्रयास हुआ लेकिन वित्त विभाग ने मंजूरी नहीं दी.
डोटासारा ने कहा कि नियम के मुताबिक चपरासी के लिए 1999 के नियमों के अनुसार शैक्षणिक योग्यता पांचवीं पास रखी गई है. अब इन नियमों में बदलाव की जरूरत है. पांचवीं पास युवा बहुत से हैं और इस आधार पर केवल साक्षात्कार से भर्ती पर सवाल उठेंगे. इसलिए नियमों में बदलाव जरूरी है. कल ही वित्त विभाग के प्रमुख सचिव अखिल अरोड़ा से स्कूलों में खाली पड़े चतुथ्र श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती पर बात हुई है.
वित्त विभाग ने मौजूदा नियमों में संशोधन करने को कहा है. जल्द ही शिक्षा विभाग नियमों में संशोधन करेगा,प्रसताव भेजा हुआ है और खाली पदों पर जल्द भर्ती का प्रयास किया जाएगा. मुख्यमंत्री से आग्रह करके खाली पदों पर भर्ती करवाएंगे. 2018 के सर्कुलर के मुताबिक स्कूलों में रिटायर्ड चपरासी की सेवाएं ली जा सकती हे लेकिन इसमें बहुत कम लोग लगे हैं, स्थायी भर्ती से ही काम होगा.
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